हुआ बुरा हाल ,सड़कों पर जले पटाखें, आसमान में छायी धुंध... दिवाली के बाद दिल्ली से तमिलनाडु तक कहां कैसा रहा नजारा, देखें तस्वीरें

दिवाली के मौके पर सड़कों पर खूब पटाखे जलाए गए. पहले ही प्रदूषण का स्तर देश के कई राज्यों में गंभीर श्रेणी में है, वहीं दिवाली पर जलाए गए पटाखों के कारण प्रदूषण का स्तर और बढ़ गया है.
दिवाली के अगले दिन दिल्ली से लेकर तमिलनाडु तक प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में चला गया. हालात ये हो गए कि सुबह के वक्त दिल्ली में राष्ट्रपति भवन भी स्मॉग के कारण सही से दिखाई नहीं दे रहा था. आसमान में स्मॉग छाया रहा.
राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में वृद्धि के खिलाफ एक उपाय के रूप में दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) द्वारा आनंद विहार फुट ओवर ब्रिज के आसपास के क्षेत्र में पानी का छिड़काव किया गया.
तमिलनाडु में भी पटाखे जलाने में लोगों ने कोई कमी नहीं रखी. परिणामस्वरूप दिवाली समारोह के बाद स्मॉग ने त्रिची शहर के कई हिस्सों को कवर कर लिया.
दिवाली पर दिल्ली, मुरादाबाद, तमिलनाडु, मुंबई समेत कई शहरों में जमकर आतिशबाजी हुई. अगले दिन मंगलवार को विभिन्न स्थानों पर पटाखों का कचरा भी देखा गया.
अक्षरधाम में भी प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है. SAFAR-India के अनुसार वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) वर्तमान में 'बहुत खराब' श्रेणी में 323 है.
दिवाली के अगले दिन दिल्ली की वायु गुणवत्ता 'बेहद खराब' श्रेणी में देखी गई. एक्यूआई लेवल 323 दर्ज किया गया. इंडिया गेट पर हर तरफ स्मॉग छायी रही.
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में भी प्रदूषण का स्तर बढ़ गया. हालांकि, एक स्थानीय लोगों ने कहा कि पिछले साल की तुलना में इस साल प्रदूषण कम है. पटाखे तो एक दिन ही जलाए जाते हैं, लेकिन प्रदूषण पूरे साल बना रहता है.